Jan 12, 2024, 01:52 PM IST
हमारी रोज की कुछ आदतें शरीर को बुरी तरह से प्रभावित करती हैं, इतना हीं नहीं, इसके कारण कई तरह की गंभीर बीमारियां घेर लेती हैं. इन्हीं में से एक आदत है स्मोकिंग करने की, आजकल के युवा इस स्मोकिंग के आदी हो गए हैं.
यह जानते हुए भी की स्मोकिंग सेहत के लिए नुकसानदेह है, कई लोग स्मोकिंग छोड़ने का नाम नहीं लेते. लेकिन, आपको बता दें कि स्मोकिंग न केवल फेफड़ों को नुकसान पहुंचाता है. बल्कि इसका बुरा असर दिमाग पर भी पड़ता है.
बता दें कि वाशिंगटन स्कूल ऑफ़ मेडिसिन यूएस के शोधकर्ताओं द्वारा की गई स्टडी के मुताबिक स्मोकिंग करने से ब्रेन में सिकुड़न आती है और इसके कारण दिमाग का वॉल्यूम कम हो सकता है. इतना ही नहीं, इससे मेंटल हेल्थ बुरी तरह से प्रभावित होता है.
इतना ही नहीं, इस कारण डिमेंशिया का खतरा भी बढ़ जाता है. इसके अलावा एक सामान्य व्यक्ति के मुकाबले धूम्रपान करने वाले व्यक्ति की एजिंग ज्यादा जल्दी होने लगती है. इससे आप वक्त से पहले बूढ़े हो जाएंगे.
बता दें कि ऐसे में सिगरेट छोड़ने से ब्रेन टिशु को होने वाले नुकसान से बचाया तो जा सकता है, लेकिन ब्रेन के सिकुड़ने के बाद वह अपने ओरिजिनल साइज में वापस नहीं आ सकता.
ब्रेन में सिकुड़न होने पर धुंधला दिखाई देना, रास्ता भटक जाना, अल्जाइमर रोग, डिमेंशिया, चीज याद रखने में दिक्कत आना भटकाव, भ्रम की स्थिति और तनाव जैसे लक्षण नजर आने लगते हैं.
ऐसे में अगर आपको ये लक्षण दिखें तो अलर्ट हो जाएं, इससे आप इस समस्या को और ज्यादा गंभीर होने से बचा सकते हैं. साथ ही स्मोकिंग की आदत तुरंत छोड़ देना चाहिए.