Jan 6, 2024, 02:11 PM IST

खून में घुली शुगर और चर्बी को सोखती है इन आटों से बनीं रोटियां

Ritu Singh

ठीक उसी तरह कोलेस्ट्रॉल अधिक बढ़ने से शरीर में रक्त संचार ठीक से नहीं हो पाता है. जिसके कारण हृदय संबंधी बीमारियों की संभावना कई गुना बढ़ जाती है.

इन दोनों बीमारियों की जड़ आपकी गलत खान-पान की आदतें हैं. इन दोनों बीमारियों से दूर रहना चाहते हैं तो सबसे पहले गेहूं की रोटी खाना बंद कर दें. इसकी जगह कुछ खास तरह के आटे से बनी रोटी को खाना शुरू करें.

बाजरे की रोटी पोषक तत्वों से भरपूर होती है. बाजरा ग्लूटेन मुक्त है. इसके साथ ही इसमें फाइबर भी भरपूर मात्रा में होता है जो धीरे-धीरे पचता है. इसके सेवन से ग्लूकोज लेवल नहीं बढ़ता है. साथ ही, यह कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी कम करती है.

ज्वार की रोटी हार्मोन और मेटाबोलिज्म को बढ़ाती है. ये कोलेस्ट्रॉल को भी आसानी से नियंत्रित करती है. ज्वार में भरपूर मात्रा में आयरन, मैग्नीशियम, कैल्शियम, प्रोटीन और डाइटरी फाइबर मौजूद होता है, जो शरीर को जरूरी पोषण प्रदान करने में मदद करता है.

डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल में ओट्स की रोटी किसी रामबाण औषधि से कम नहीं है. ओट्स से बनी रोटी खाने से शरीर में ब्लड शुगर लेवल संतुलित रहता है और कोलेस्ट्रॉल भी नियंत्रण में रहता है. 

रागी की रोटी फाइबर का बेस्ट सोर्स है और ये डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मददगार है. फाइबर भूख को भी नियंत्रित करता है और अधिक खाने से रोकता है. रागी के आटे की रोटी वजन नियंत्रित करने में बहुत मददगार होती है

रोज किसी इनमें से किसी एक अनाज की रोटी रोज खाना शुरू कर दें.