Sep 28, 2024, 02:21 PM IST

इन 6 जगहों पर चुप रहना है बेहतर

Ritu Singh

चुप रहना एक कला है और यह उतना आसान नहीं है जितना सुनने और पढ़ने में लगता है,

आचार्य चाणक्य ने मौन को एक ताकत बताया है और 6 जगहों पर चुप रहने की भी सलाह दी है.

तो चलिए जानें किन जगहों पर मुंह बंद रखने में ही भलाई है वरना बेज्जती हो सकती है.

अगर कहीं झगड़ा हो रहा है और आपका उससे कोई लेना-देना नहीं है तो आपको वहां हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए.

जब कोई व्यक्ति आपके साथ मौजूद किसी तीसरे व्यक्ति की आलोचना करता है तो उस स्थान पर बात करने से बचना चाहिए.

अगर कोई आपसे नाराज है तो आपको चुपचाप उसके गुस्से का सामना करना चाहिए. इससे उसका गुस्सा कम हो जाएगा और उसे अपनी गलती का एहसास होगा.

किसी समस्या के बारे में बात करने से बचें अगर उसका आपसे कोई लेना-देना नहीं है. अनावश्यक बातें करने से शर्मिंदगी का सामना करना पड़ सकता है.

अधूरी जानकारी खतरनाक होती है. अगर किसी मामले की पूरी जानकारी नहीं है तो चुप रहना ही बेहतर है ताकि बिना जाने किसी को परेशान न किया जाए. 

अगर सामने वाला व्यक्ति आपकी भावनाओं को नहीं समझता है तो चुप रहना ही बेहतर है, क्योंकि ऐसे लोग आपकी भावनाओं की कद्र नहीं करते.