Sep 28, 2024, 03:36 PM IST

फैट कटर और एंटी प्यूरिन से भरी हैं ये पत्तियां, सुबह चबाते ही दूर होंगे ये 7 रोग

Ritu Singh

आयुर्वेद में मीठी नीम का प्रयोग अलग-अलग तरह से किया जाता है. नीम की शाखाएँ, पत्तियाँ और बीज औषधीय रूप में उपयोग किये जाते हैं. 

 रोजाना खाली पेट मीठी नीम की पत्तियां चबाने से कई तरह की बीमारियों से बचा जा सकता है. 

रोजाना मीठी नीम की पत्तियां चबाने से कब्ज से राहत मिलती है. मीठी नीम का सेवन करने से कब्ज की समस्या दूर हो जाती है.

और पेट फूलने और गैस बनने की समस्या से भी राहत मिलती है. मीठी नीम की पत्तियों में पाया जाने वाला फाइबर पेट को स्वस्थ रखता है.

ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने के लिए मीठी नीम की पत्तियों का भी सेवन सुबह खाली पेट करना चाहिए. 

खाली पेट मीठी नीम की पत्तियों का सेवन करने से लीवर को भी फायदा होता है. इन पत्तियों का सेवन करने से लीवर के ऊतकों को होने वाली क्षति भी कम हो जाती है.

मीठी नीम की पत्तियां एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होती हैं और शरीर को ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाती हैं.

गर आप एसिडिटी से पीड़ित हैं तो मीठी नीम की पत्तियों को पानी में उबालकर सुबह खाली पेट पीने से एसिडिटी और पेट दर्द से राहत मिलेगी.

मीठी नीम खून को साफ करता है. यह रक्त से विषाक्त पदार्थों को निकालकर रक्त को डिटॉक्सीफाई करता है. 

एक साथ बहुत सारी पत्तियां खाने की बजाय सुबह खाली पेट 4 से 5 पत्तियां चबाई जा सकती हैं.