Nov 19, 2024, 03:47 PM IST
ठंड में दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. दरअसल, ऐसी स्थिति में नसें सिकुड़ जाती हैं, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ता है और दिल पर दबाव पड़ता है.
ऐसी स्थिति में सर्दियों में हार्ट फेलियर का जोखिम भी बढ़ जाता है. इसलिए हार्ट फेलियर के जोखिम को कम करने के लिए शरीर में हो रहे इन बदलावों पर ध्यान दें.
सीने में भारीपन, जलन या दर्द, हार्ट फेलियर का सबसे सामान्य लक्षण है और अगर दर्द थोड़ी देर रुकने या आराम करने पर ठीक न हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
इसके अलावा कंधे और बाहों में दर्द होना भी हार्ट फेलियर का एक संकेत हो सकता है, ऐसी स्थिति में कई बार सुन्नता या झुनझुनी का एहसास भी हो सकता है.
वहीं गर्दन, जबड़े या गले में दर्द होना हार्ट फेलियर का अप्रत्यक्ष लक्षण हो सकता है. इसलिए अगर यह दर्द बिना किसी अन्य कारण के हो तो इसे अनदेखा न करें.
इसके अलावा पीठ के ऊपरी हिस्से खासतौर से कंधों के बीच में होने वाला दर्द हृदय से जुड़ा हो सकता है. ऐसी स्थिति में डॉक्टर से परामर्श लेना जरूरी है.
साथ ही हार्ट फेलियर के कुछ मामलों में पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द या भारीपन जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं, जिसे नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है.
Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.