Oct 21, 2024, 08:05 PM IST
खानपान और जीवनशैली में बदलाव कर शरीर में यूरिक एसिड को बढ़ने से रोका जा सकता है. बता दें कि बिहार की इस स्पेशल चटनी से भी ये समस्या दूर हो सकती है.
बिहार की ये पारंपरिक चटनी है हड्डियों और मांसपेशियों से जुड़ी समस्याओं का सदियों पुराना समाधान माना जाता है, जिसे लोग बड़े ही चाव से खाते हैं.
ये चटनी बनती है अलसी के बीजों से, जिसे तीसी की चटनी भी कहा जाता है. यह जोड़ों के दर्द के साथ बेचैनी, सूजन को शांत करने में मदद करता है.
बिहार की पारंपरिक तीसी की चटनी को बनाने के लिए 1/2 कप अलसी, 1 बड़ा चम्मच तिल, 1-2 हरी मिर्च, बारीक कटा हुआ एक 1 छोटे प्याज के साथ....
1 बड़ा चम्मच तेल, 1 चम्मच जीरा, 1/2 चम्मच हल्दी पाउडर, 1/2 चम्मच धनिया पाउडर, स्वादानुसार नमक और गार्निश के लिए ताजा धनिया पत्ती रख लें.
इसे बनाने के लिए धीमी आंच पर कड़ाही में अलसी को भूनें, जब फूटने लगे तो आंच से हटा कर ठंडा होने के लिए रख दें, फिर एक पैन में तेल गर्म करें..
इसमें जीरा डालें और तड़कने दें. फिर कटी हुई हरी मिर्च और प्याज डालकर सुनहरा भूनें और इसमें हल्दी पाउडर, धनिया पाउडर और नमक डालकर हिलाएं.
इसके बाद एक ब्लेंडर में भुने हुए अलसी, भूने हुए प्याज का मिश्रण और तिल को मिलाकर इसे दरदरा पीस लें और धनिया पत्ती से गार्निश करें.