Jan 11, 2024, 09:26 PM IST
स्ट्रोक ऐसी स्थिति है, जब दिमाग के किसी खास हिस्से में खून की सप्लाई कम हो जाती है या फिर बिल्कुल बंद हो जाती है. बता दें कि स्ट्रोक को मेडिकल इमरजेंसी की स्थिति माना जाता है.
बता दें कि स्ट्रोक से लगभग एक महीने पहले ही शरीर कुछ खास संकेत देने लगता है और अगर आप इन संकेतों को समझकर सही समय पर डॉक्टर से मिलें या फिर जरूरी सावधानियां बरतें, तो इससे बचा जा सकता है.
ज्यादातर मरीजों को वास्तविक स्ट्रोक से कुछ दिनों पहले से ही स्ट्रोक जैसे लक्षण दिखाई देने लगते हैं, जिसे मेडिकल की भाषा में मिनी स्ट्रोक कहा जाता है. बता दें कि ये लक्षण 4-5 मिनट के लिए दिखते हैं और फिर व्यक्ति सामान्य हो जाता है. ऐसे में इन लक्षणों को अनदेखा न करें.
बता दें कि बोलते-बोलते अचानक रुक जाना या प्रयास के बावजूद न बोल पाना ये दोनों ही लक्षण स्ट्रोक का संकेत हो सकते हैं. दरअसल बोलने की क्षमता का हमारे मस्तिष्क से सीधा संबंध है.
ऐसी स्थिति में अचानक से ऐसा महसूस हो सकता है कि आपकी आंखों के आगे अंधेरा छा गया है और आपको धुंधला दिखने लगा है.
इसके अलावा मस्तिष्क में ऑक्सीजन ठीक से न पहुंच पाने के कारण स्ट्रोक से कुछ दिन पहले ही आपको छोटे-छोटे झटके महसूस होने लगेंगे, इससे चलते-चलते अचाकन गिर जाना और चलने में परेशानी, चक्कर आना या शरीर का बैलेंस बिगड़ जाने की समस्या हो सकती है.
इसके अलावा हाथ, पैर या चेहरे का सुन्न हो जाना, भारी थकान महसूस होना, हाथ-पैर और चेहरे में बहुत ज्यादा कमजोरी महसूस होना आदि मिनी स्ट्रोक के लक्षण हैं.
वहीं स्ट्रोक से पहले बहुत सारे लोगों को बिना वजह तेज सिर दर्द की शिकायत होती है, जो कुछ मिनटों में ही ठीक हो जाती है.