सर्दियां आने पर मन उदास, Winter Blues के शिकार तो नहीं!
Meena Prajapati
सर्दियों के महीनों में कई लोगों को उदासी, ऊर्जा की कमी और सामाजिक गतिविधियों से दूरी जैसी भावनाओं का अनुभव होता है.
अगर आपका भी मन इस मौसम में उखड़ा-उखड़ा रहता है, उदास रहता है और बेचैनी रहती है तो आप 'विंटर ब्लूज़' के शिकार हो सकते हैं.
मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में इसे 'सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर' (SAD) के नाम से जाना जाता है.
SAD एक मानसिक स्थिति है, जो खासतौर पर कम रोशनी और धूप की कमी के कारण होती है.
भोपाल में वरिष्ठ मनोचिकित्सक डॉ. सत्यकांत त्रिवेदी बताते हैं कि कई अध्ययनों से यह स्पष्ट हुआ है कि सूरज की रोशनी में कमी से हमारे मस्तिष्क में सेरोटोनिन और मेलाटोनिन जैसे रसायनों का संतुलन बिगड़ सकता है.
सेरोटोनिन का स्तर गिरने और मेलाटोनिन के उच्च स्तर से सकारात्मकता और नींद में कमी आती है.
इस डिसऑर्डर से बचने के लिए सूरज की रोशनी में बैठें. शारीरिक और मानसिक फिटनेस पर ध्यान दें.
ओमेगा-3 फैटी एसिड और विटामिन डी से भरपूर आहार लेना चाहिए, जो मानसिक स्वास्थ्य को बेहर बनाए रखने में सहायक होते हैं.
SAD के मामलों में प्रकाश-चिकित्सा (लाइट थेरेपी) का भी उपयोग किया जाता है, जिसमें विशेष प्रकार की लाइट का प्रयोग किया जाता है ताकि मस्तिष्क में सेरोटोनिन और मेलाटोनिन का संतुलन सुधारा जा सके.