सुबह के समय अधिक दिल के दौरे ज्यादा आते हैं और इसके पीछे ये कारण जिम्मेदार होते हैं...
सुबह शरीर में एड्रेनालाईन और ऐसे ही कई हार्मोन तेजी से स्रावित होते हैं. साथ ही कोर्टिसोल भी सुबह के समय तेजी से बढ़ता है.
कोर्टिसोल को स्ट्रेस हार्मोन भी कहा जाता है. यह हार्मोन विशेषकर सुबह के समय अपने उच्चतम स्तर पर होता है. कोर्टिसोल न केवल रक्त को गाढ़ा करता है, बल्कि यह प्लेटलेट्स को चिपचिपा भी बनाता है, जिससे वे आपस में चिपक जाते हैं.
प्लेटलेट्स चिपचिपे होने से एड्रेनालाईन का स्राव बढ़ने लगता है, तो कोरोनरी धमनियों में मौजूद प्लाक टूटने लगता है. सुबह के पहले कुछ घंटों में ब्लड प्रेशर और हार्ट रेट दोनों ही बढ़े होते हैं.
सर्कैडियन लय (जिसे हम बॉडी क्लॉक कहते हैं) के जवाब में हृदय गति और रक्तचाप में यह वृद्धि सुबह के दौरान हृदय प्रणाली को गंभीर रूप से प्रभावित करती है, जिससे दिल का दौरा पड़ने की संभावना बढ़ जाता है.
ठंड में सुबह का तापमान सबसे कम होता है. ऐसी स्थिति में शरीर की गर्मी को संरक्षित करने के लिए धमनियां सिकुड़ जाती हैं और परिणामस्वरूप हृदय को अधिक पंप करना पड़ता है. यह रक्तचाप बढ़ाता है, जो दिल के दौरे का कारण बनता है.
इसलिए ठंड में जल्दी बिस्तर छोडने से बचें और वर्कआउट भी बहुत हैवी सुबह न करें.