May 21, 2024, 04:42 PM IST

क्या है दिल्ली के जंतर-मंतर के अनोखे आकार का रहस्य 

Anamika Mishra

दिल्ली के मध्य में बना जंतर-मंतर प्रमुक ऐतिहासिक स्थानें में से एक है. 

महाराजा जय सिंह II ने 18वीं शताब्दी में इसका निर्माण करवाया था. 

जंतर मंतर एक बड़ी वेधशाला है, जिसे टाइम और स्पेस की स्टडी में मदद और सुधार के लिए बनाया गया है.

दिल्ली के जंतर मंतर में 13 वास्तुशिल्प एस्ट्रोनॉमी के उपकरण शामिल हैं. 

इनका इस्तेमाल एस्ट्रोनॉमिकल सूची को एकत्र करने और सूरज, चांद और ग्रहों की गति और समय की भविष्यवाणी करने के लिए किया जा सकता है. 

यहां टूरिस्ट इसके महत्व और अनोखे एस्ट्रोनॉमिकल उपकरण को देखने के लिए आते हैं. 

दरअसल, महाराजा जय सिंह II को इन एस्ट्रोनॉमिकल चीजों का अध्ययन करने में काफी दिलचस्पी थी. 

उन्होंने मुहम्मद शाह के निर्देश पर जंतर मंतर का निर्माण करवाया था. 

जंतर मंतर सुबह 6 बजे से शाम को 6 बजे तक कुला रहता है और इसकी एंट्री फीस मात्र 25 रुपये है.