Sep 7, 2024, 11:37 AM IST

ईरान से हमेशा क्यों हार जाते थे मुगल

Aditya Prakash

भारत समेत पूरे दक्षिण एशिया के ज्यादातर हिस्सों पर मुगलों का राज था. 

चाहे वो पश्चिम में सिंध का इलाका हो या पूर्व में मौजूद बंगाल प्रांत हो. उत्तर में कश्मीर और अफगान के इलाके हों या दक्षिण में दक्कन हो.

मुगलिया सल्तनत हर तरफ मौजूद थी. उनका दबदबा पूरे खित्ते में फैला हुआ था.

ऐस में भारतीय उपमहाद्वीप से सटा एक ऐसा भी देश था, जहां पर मुगलों का राज कभी भी स्थापित न हो सका.  

वो देश ईरान था, इसे मुगल कभी नहीं जीत सके. आइए जानते हैं कि इसके पीछे की वजहें क्या थीं. 

ईरान में अपना पैर जमाने के लिए मुगलों को सबसे पहले कंधार को फतेह करना पड़ता. कंधार को लेकर ईरान के शाह और मुगलों के बीच सालों संघर्ष लगातार चलता रहा.

जहांगीर के शासनकाल में कंधार को ईरान के शाह ने जीत लिया. 

शाहजहां के दौर में कंधार पर कब्जा करने के सभी तीन प्रयासों में मुगलों को नाकामी हाथ लगी. वहीं, औरंगजेब ने इसे जीतने की कोई कोशिश नहीं की. 

ईरान मुगलों पर इसलिए ज्यादा ताकतवर साबित हो रहे थे, क्योंकि उनके पास बेहतर तोपें और दूसरे हथियार मौजूद थे.