किस मुगल बादशाह की गलतियों की वजह से भारत हुआ था अंग्रेजों का गुलाम
DNA WEB DESK
सन 1603 के बाद से अंग्रेज भारत में तांडव मचाने लगे थे.
यह पहली बार था जब एक देश किसी कंपनी का गुलाम हो गया था.
वजह भारत के एक बादशाह की कमजोरी थी.
उस वक्त भारत की सत्ता औरंगजेब आलमगीर के पास थी, जिसके पास दुनिया की कुल जीडीपी का एक चौथाई हिस्सा था.
वह आर्थिक तौर पर बेहद समृद्ध और मजबूत था. उसकी फौज बेहद बहादुर थी.
मुगल फौज 9 लाख से भी ज्यादा थी.
लंदन ने मुगलों के खिलाफ जंग छेड़ी. मुंबई में तैनात कंपनी के सैनिकों ने मुगलों के जहाज लूट लिए.
औरंगजेब की सेना ने अंग्रेजों के दांत खट्टे कर दिए. जॉर्ज वेल्डन और अबराम नॉआर नाम के दो अंग्रेज प्रतिनिधि सितंबर 1690 को औरंगजेब से मिले.
दोनों दूत मुगल बादशाह के तख्त तक लेटकर पहुंचे थे. औरंगजेब ने हर्जाने के तौर पर डेढ़ लाख वसूला और हिदायत दी कि ईस्ट इंडिया कंपनी का प्रमुख जोज़ाया चाइल्ड भारत दोबारा न आए.
अगर उसी दिन औरंगजेब ने अंग्रेजों को देश से बाहर भगा दिया होता तो भारत गुलाम नहीं होता.
औरंगजेब के बाद भारत के शासक कमजोर होते गए और पूरा देश ब्रिटिश साम्राज्य का गुलाम होता चला गया.