Sep 29, 2023, 10:09 PM IST
चांद के सीने पर भारत का नाम लिख अमर हो गए विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर
DNA WEB DESK
इसरो चीफ एस सोमनाथ ने स्पष्ट कर दिया है कि चंद्रयान-3 मिशन अब पूरा हो चुका है और यह मिशन 100 फीसदी सफल है.
चंद्रयान-3 मिशन खत्म होने के बाद सभी भारतीयों के मन में सवाल उठ रहा है कि आखिर अब विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर का क्या होगा?
क्या विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर से फिर कभी संपर्क हो सकेगा या फिर क्या ये हमेशा के लिए चांद पर स्लीप मोड में चले गए हैं?
चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला पहला देश भारत बना है और इसके साथ ही विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर भी हमेशा के लिए अमर हो गए हैं.
इसरो ने कहा है कि विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर अब चांद के दक्षिणी ध्रुव पर हमेशा के लिए भारत के राजदूत बन गए हैं.
अब जब तक सूरज और चांद रहेंगे, भारत के चंद्रयान-3, विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर का नाम भी आसमान में चमकता रहेगा.
चंद्रयान-3 की सफलता पर पूरे भारत को गर्व है और दुनिया भर में इसे अंतरिक्ष विज्ञान की दुनिया में भारत की बड़ी उपलब्धि के तौर पर देखा जा रहा है.
इसरो का लक्ष्य अब सूर्य पर भेजा मिशन आदित्य एल-1 है जिसकी कामयाबी भारते के अंतरिक्ष विज्ञान की सफलता में एक और अध्याय होगी.
आने वाले दिनों में इसरो अब कई और प्रमुख मिशन लॉन्च करने वाला है.
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