Sep 22, 2023, 05:31 PM IST

Chandrayaan-3: चंदा मामा की गोद में सो रहे विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर को इसरो ने जगा दिया 

DNA WEB DESK

ISRO के लिए वो अहम घड़ी आ गई है, जहां से चंद्रयान-3 मिशन का भविष्य तय होना है. इसरो की कोशिश अब बोनस जानकारी जुटाने की है.

विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर से बोनस जानकारियां जुटाई जाएं और इसके लिए ISRO चांद पर सुबह होने का इंतजार कर रहा था.

जिस शिवशक्ति पॉइंट पर भारत का लैंडर और रोवर मौजूद है वहां 20 सितंबर को फिर से सूर्योदय हो चुका है. अब इसरो अपने सिग्नल भेजेगा.

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन शुक्रवार को अपने लैंडर और रोवर को वेकअप सिग्नल भेज सकता है. 

दो दिन चांद पर धूप होने के चलते विक्रम और प्रज्ञान पर लगे सोलर पैनल से बैट्रियां चार्ज हो चुकी हों गई होंगी. 

अगर सब कुछ ठीक रहता है और इसरो के सिग्नल इन्हें जगाने में सफल रहते हैं तो भारत का यह मिशन अगले 10-12 दिन और जानकारियां जुटा सकता है. 

इन अगले 10-12 दिनों में मिलने वाली जानकारी भारत के लिए बोनस होंगी जिनका इस्तेमाल अगले मिशन में किया जा सकता है.

चंद्रयान-3 की सफलता के बाद अब पूरे देश की नजर आदित्य एल-1 मिशन पर है जो कि देश का पहला सौर मिशन है.

आदित्य एल-1 के जरिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र की कोशिश सूर्य से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में पता लगाना है.