Aug 16, 2023, 04:50 PM IST

अब किस वजह से दिल्ली में खतरे के निशान को पार कर रही यमुना

Kuldeep Panwar

दिल्ली में यमुना नदी 205.33 मीटर का डेंजर मार्क छूने के बाद बुधवार सुबह 205.15 मीटर पर आ गई है.

यमुना नदी ने मंगलवार रात 10 बजे ही 205.39 मीटर का जल स्तर छू लिया था, जिससे दिल्ली में बाढ़ का अलर्ट जारी हुआ है.

यमुना जल स्तर बढ़ने का कारण फिर से Hathnikund बैराज ही है, जहां से 50,000 क्यूसेक पानी सोमवार से रिलीज हो रहा है.

हथनीकुंड बैराज में लगातार पानी बढ़ने का कारण हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में पिछले दो दिन में भारी बारिश होना है.

हिमाचल-उत्तराखंड में कई जगह पिछले 3 दिन में बादल फटने से जल प्रलय हुई है, जिसका असर यमुना पर भी दिख रहा है.

हिमाचल और उत्तराखंड में हर तरफ पानी के कारण तबाही का ही नजारा दिख रहा है, जिसके चलते नदियां भी लबालब भरी हैं.

यमुना नदी उत्तराखंड के ही उत्तरकाशी जिले में यमुनोत्री के पास से निकलती है, जिसमें आगे टोंस समेत कई नदियां मिलती हैं.

यमुना नदी के हथनीकुंड बैराज पहुंचने से पहले हिमाचल की भी कई नदियां इसमें मिलती हैं, जिससे यह बहुत बड़ी हो जाती है.

हिमाचल और उत्तराखंड में यमुना के अपर कैचमेंट एरिया में पिछले दो दिन से लगातार बारिश होने के चलते खूब पानी आ रहा है.

हथनीकुंड बैराज से यह सारा अतिरिक्त पानी यमुना नदी में आगे छोड़ दिया जाता है, जो दिल्ली पहुंचने पर जल स्तर बढ़ा देता है.

जुलाई में भी उत्तराखंड, हिमाचल, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के यमुना से सटे इलाकों में भारी बारिश के कारण जल स्तर बढ़ा था.

जुलाई में पहली बार यमुना नदी ने 208 मीटर का बेहद खतरनाक जल स्तर छुआ था, जिससे राजधानी में भयानक बाढ़ आ गई थी.

यमुना नदी में बाढ़ के कारण लाल किला, ISBT, ITO, राजघाट आदि इलाके डेढ़ सप्ताह तक पूरी तरह पानी में डूबे रहे थे.

यमुना जल स्तर बुधवार सुबह दोबारा नीचे आने के कारण सेंट्रल वाटर कमीशन ने इस बार जुलाई जैसे नहीं होने का अनुमान जताया है.