Mar 12, 2024, 07:29 AM IST

CAA, NRC, UCC और NPR में क्या है अंतर

Nilesh

देश में CAA लागू होने के बाद कई तरह की चर्चाओं के साथ अफवाहें भी शुरू हो गई हैं

ऐसे में CAA के साथ-साथ NRC, UCC और NPR के बारे में भी जानना बेहद अहम है

CAA के जरिए अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश से आए गैर-मुस्लिमों को नागरिकता दी जाएगी

इससे भारत में रहने वाले किसी भी नागरिक के अधिकारों पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है

UCC के जरिए समान नागरिक कानून लागू किए जाएंगे यानी सभी धर्मों के लिए एकसमान कानून

मौजूदा समय में सिर्फ उत्तराखंड सरकार ने ऐसा कानून पारित किया है, भारत सरकार ने अभी UCC पास नहीं किया है

NRC का मतलब नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन यानी भारत में रह रहे लोगों के डेटा से है

यह सिर्फ असम में लागू किया गया था लेकिन कई समस्याओं के चलते अभी इसे देशभर में लागू नहीं किया गया है

NPR भी एक तरह का डेटा है जिसमें भारत के सभी नागरिकों की जानकारी दर्ज की जाती है

NPR में 6 महीने से ज्यादा भारत में रहने वाले विदेशियों का नाम भी शामिल किया जाता है

यहां यह बताना बेहद जरूरी है कि इनमें से किसी से भी किसी की नागरिकता पर कोई असर नहीं पड़ता है