Oct 24, 2024, 03:06 PM IST

कहां से शुरू हुआ दिवाली पर जुआ खेलने का चलन

Sumit Tiwari

हिन्दू धर्म में आस्था संस्कृति का यह महापर्व दिवाली 31 अक्टूबर को मनाई जा रही है. 

भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के कई देशों में ये पर्व बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है. 

इस दिन सौभाग्य, वैभव, धन, धान्य प्राप्त करने के लिए माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है.

वहीं मान्यता है कि दिवाली की रात्रि को जुआ (पत्ते) के खेलने का भी महत्व है. 

लेकिन क्या आप जानते है कि ये चलन कैसे शुरू हुआ या सबसे पहले किसने खेला था. 

दिवाली की रात्रि को बिना पैसे लगाकर जुआ खेलना शुभ माना जाता हैं. 

ऐसी कथाएं मिलती है कि दिवाली की रात को भगवान शंकर और माता पार्वती ने जुआ खेला था. 

इस खेल में भगवान शिव की हार हुई थी और माता पार्वती की जीत हुई थी. 

तभी से इस दिन जुआ खेलने की पंरपरा बन गई और आज तक चली आ रही है.