Mar 30, 2024, 04:10 PM IST

किस केमिकल से बनती है चुनावी स्याही

Anamika Mishra

वोट देने के बाद सबसे पहले उंगली पर नीले रंग की इंक लगाई जाती है.

इससे यह सुनिश्चित किया जाता है कि व्यक्ति ने एक बार वोट डाल दिया है.

इस इंक को मिटाना इतना मुश्किल हो जाता है कि एक व्यक्ति दोबारा वोट नहीं डाल सकता है.

आप भी जानना चाहते होंगे कि आखिरकार यह इंक किस केमिकल से बनती है, जिसे मिटाना आसान नहीं होता है.

चुनावी स्याही बनाने के लिए सिल्वर नाइट्रेट का इस्तेमाल किया जाता है.

सिल्वर नाइट्रेट जैसे ही पानी के कांटेक्ट में आता है इसका रंग काला हो जाता है और रोशनी में आने के बाद और अधिक गाढ़ा हो जाता है.

मैसूर पेंट एंड वार्निश लिमिटेड (MVPL) नाम की कंपनी इस स्‍याही को बनाती है. साल 1937 में इस कंपनी की स्थापना हुई थी.

जब उंगली पर स्याही लगाई जाती है तो सिल्वर नाइट्रेट हमारे शरीर में मौजूद नमक के साथ मिलकर सिल्वर क्लोराइड बनाता है.

यह निशान तभी मिटता है जब धीरे-धीरे त्वचा के सेल पुराने होते जाते हैं और वे उतरने लगते हैं.