Mar 29, 2024, 11:38 PM IST
भारत में डॉन, माफिया और डकैतों का आतंक लंबे समय तक रहा है. उत्तर प्रदेश में तो आज भी कई डॉन और माफिया हैं.
आज हम आपको ऐसे गैंगस्टर्स के बारे में बताएंगे जिनकी कहानी जेल में ही खत्म हो गई.
हाल ही में बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी की मृत्यु हो गई. एक जमाने में जिस डॉन के नाम से पूरा पूर्वांचल कांपता था, आज वो इस दुनिया में नहीं रहा.
जुलाई 2018 में गैंगस्टर मुन्ना बजरंगी की बागपत जेल में ही हत्या कर दी गई थी. उसकी हत्या पश्चिमी उत्तर प्रदेश के गैंगस्टर सुनील राठी ने की थी.
14 मई 2021 को मुख्तार अंसारी के करीबी मेराज, माफिया मुकीम काला और अंशू दीक्षित की चित्रकूट जेल में गैंगवार के दौरान मौत हो गई थी.
पश्चिमी यूपी के चर्चित गैंगस्टर जीवा की पिछले साल लखनऊ में उस वक्त गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जब उसे पेशी के लिए कोर्ट लाया गया था.
साल 2015 में मथुरा की जेल में बंद गैगस्टर रोजेश टोटा की गैंगवार में हत्या कर दी गई थी.
यूपी के प्रयागराज में पिछले साल 15 अप्रैल को माफिया डॉन अतीक अहमद और उसके भाई की उस वक्त गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जब वो मेडिकल जांच के लिए जा रहे थे.
इसी तरह बिहार के सीवान से पूर्व सांसद और बाहुबली शहाबुद्दीन की भी जेल में रहने के दौरान कोरोना से मौत हो गई थी.