Sep 5, 2024, 11:16 PM IST

IAS-IPS को कैसे अलॉट होता है कैडर

Rahish Khan

भारत में यूपीएससी परीक्षा पास करने के बाद IAS, IPS और IFS जैसे अफसर बनते हैं.

यह देश की सबसे कठिन परीक्षा होती है. जिसमें लाखों युवा किस्मत अजमाते हैं, लेकिन सफलता लगभग 1 हजार को ही मिलती है.

UPSC में सफल अभ्यर्थियों को कैडर कैसे अलॉट किए जाते हैं. इसकी प्रक्रिया क्या होती आइये जानते हैं.

सबसे पहले तो हम यह समझते हैं कि कैडर होता क्या है? दरअसल, जिस जगह IAS-IPS बनने के बाद पहली सर्विस करने को मिले उसी को कैडर कहते हैं.

UPSC परीक्षा पास करने के बाद पहली सर्विस अलॉट की जाती है और फिर कैडर. भारत में यूपीएससी कैडर को 5 जोन में बांटा गया है.

यूपीएससी डीएएफ फॉर्म में कैडर वरीयता भरने के लिए लगभग 5 ऑप्शन मिलते हैं. इन्हीं ऑप्शन से कैंडिडेट को एक कैडर दिया जाता है.

ज्यादातर अभ्यर्थी होम कैडर मांगते हैं लेकिन यह मिलना सभी के लिए मुमकिन नहीं होता है.

किसी भी उम्मीदवार को कोई भी कैडर अलॉट करते समय वहां की रिक्तियों पर नजर डाली जाती है. अगर होम कैडर में जगह खाली है तो वह भी दे दी जाती है.