Jun 25, 2024, 06:00 PM IST

वो फेमस दालमंडी, जिसे अंग्रेजों ने बना दिया था तवायफों की 'डॉलमंडी'

Rahish Khan

यूपी का बनारस जिसे गलियों का शहर कहा जाता है. एक समय यहां की हवा में रुआब, मस्ती और दिलफेंक आशिकी खूब थी.

बनारस (वाराणसी) के चौक थाने इलाके में एक दालमंडी हुआ करती थी. जो दूर-दूर तक मशहूर थी.

बनारस के रईस व्यापारी दाल का कारोबार करते थे और शाम होते-होते यहां मनोरंजन करते थे.

उस समय यहां नाचने वाली आया करती थीं, जो रईस कारोबारियों का मनोरंजन नाच-गाकर करती थीं.

धीरे-धीरे इस मंडी से दाल की किस्में गायब होने लगी और नाचने-गाने वाली तवायफों की महफिलें सजने लगी.

अमीर लोग शाम के समय कान में इत्र, मुंह पान और बनारसी ड्रेस पहनकर दालमंडी में संगीत का आनंद लेने के लिए आने लगे.

इस मंडी का नाम दूर-दूर तक फेल गया. बाद में जब अंग्रेज आए तो उन्होंने यहां तवायफों को बसाना शुरू कर दिया.

जमींदार, रईसजादे और अंग्रेज खुद यहां मनोरंजन के लिए आया करते थे. अंग्रेजों के बाद इस इलाके का रूप बदल गया.

एक समय यूपी समेत अन्य राज्यों को दाल मुहैया करानी वाली इस दालमंडी का नाम बदलकर ‘डॉलमंडी’ हो गया.

वो इसलिए की अंग्रेज उस समय तवायफों को 'डॉल' कहते थे. डॉल यानी मनोरंजन का सामान.