Oct 22, 2024, 03:48 PM IST
मुगलों के दौर में यहूदियों का बहुत अधिक जिक्र नहीं मिलता है, लेकिन कुछ घटनाओं का जिक्र इतिहास में जरूर दर्ज है.
मुगल बादशाह औरंगजेब के समय में यहूदी संत सूफी सरमद का उल्लेख मिलता है.
सूफी सरमद की पैदाइश ईरान के काशान इलाके के एक व्यापारी घराने में हुई थी. उनके पूर्वज यहूदी धर्मगुरु थे.
सरमद ने सूफी पंथ के प्रभाव में आकर अपना धर्म परिवर्तन कर लिया था. वो मुस्लिम बन गए थे.
सूफी सरमद भारत आकर यहां दारा शिकोह के संपर्क में आ गए.
उसी समय दिल्ली की गद्दी को लेकर औरंगजेब और दारा शिकोह के बीच लड़ाई चल रही थी.
दारा शिकोह के साथ होने की वजह से औरंगजेब ने उसका सर कलम करवा दिया.