Jun 30, 2024, 12:53 PM IST

IAS Anjali Birla के UPSC Exam पर क्यों मचा है बवाल?

Kuldeep Panwar

सोशल मीडिया पर इस समय UPSC 2020 बैच की IAS Anjali Birla को ट्रोल किया जा रहा है. ट्रोलर्स विपक्षी दलों के नेता और समर्थक हैं.

दरअसल अंजलि बिरला के ट्रोल होने का कारण उनके पिता ओम बिरला हैं, जो लगातार दूसरी बार लोकसभा स्पीकर पद पर चुने गए हैं.

कोटा से तीसरी बार सांसद ओम बिरला की बेटी होने के कारण ही अंजलि बिरला के UPSC रिजल्ट पर सवाल उठाकर ट्रोल किया जा रहा है.

यह दूसरा मौका है, जब अंजलि को इस कारण ट्रोल किया गया है. इससे पहले UPSC 2019 का रिजल्ट जारी होने पर भी उन्हें ट्रोल किया गया था.

मॉडलिंग छोड़कर सिविल सर्विसेज में आई अंजलि बिरला ने अपने पहले अंटेप्ट में UPSC क्लियर किया था, जिस पर ट्रोलर्स ने सवाल उठाए थे.

ट्रोलर्स का आरोप है कि अंजलि को ओम बिरला की बेटी होने के कारण बैकडोर एंट्री दी गई है. उन्हें बिना एग्जाम ही IAS बना दिया गया है. 

इसके उलट सच ये है कि अंजलि बाकायदा यूपीएससी एग्जाम क्रैक करने के बाद IAS बनी हैं. उन्हें मेंस व इंटरव्यू में 953 अंक मिले थे.

यूपीएससी-2019 के 4 अगस्त 2020 को आए रिजल्ट में अंजलि 953 अंक के बावजूद सामान्य कैटेगरी में 8 अंक से स्थान बनाने से चूक गई थीं.

सामान्य कैटेगरी रिजल्ट के साथ ही डिपार्टमेंट ऑफ पर्सनल एंड ट्रेनिंग ने नियम 16 (4, 5) के तहत रिजर्व कैंडीडेट लिस्ट भी जारी की थी.

829 बच्चों में से मेरिट के आधार पर चुने गए इन 89 रिजर्व कैंडीडेट की लिस्ट में एक नाम अंजलि का भी था. ये लिस्ट UPSC में उपलब्ध है.

अंजलि का रोल नंबर 0851876 था. upsc.gov.in पर मौजूद रिजल्ट के लिहाज से अंजलि ने मेंस एग्जाम में 777 व इंटरव्यू में 176 अंक पाए थे.

अंजलि ने 2020 में भी ट्रोल होने पर सोशल मीडिया पोस्ट में इन अफवाहों का मजाक उड़ाया था और अपने डॉक्यूमेंट्स पेश करते हुए सच्चाई बताई थी.

अंजलि ने सोशल मीडिया पर लिखा था कि वायरल ट्वीट पढ़कर हंसी आ गई. यह निराधार-नासमझी भरी पोस्ट थी, जिसकी आलोचना करती हूं.

अंजलि ने आगे लिखा था, UPSC एग्जाम के तीन चरण पास होने पर ही आप सिविल सर्वेंट बन सकते हैं. यह निष्पक्ष व पारदर्शी प्रक्रिया है. इसमें बैकहैंड एंट्री नहीं है, कृपया संस्था का तो सम्मान कीजिए. 

अंजलि के समर्थन में कई IAS, IPS और IRS अफसर भी उतरे हैं. इनमें IAS Tina Dabi के पूर्व पति IAS Shah Faesal भी शामिल हैं.

अंजलि ने कोटा के सोफिया स्कूल से कक्षा-12 तक की पढ़ाई की थी. वे ग्रेजुएशन के लिए दिल्ली यूनिवर्सिटी के रामजस कॉलेज आ गई थीं.

राजनीति विज्ञान (ऑनर्स) से पढ़ाई के साथ मॉडलिंग भी कर रहीं अंजलि ने बाद में UPSC की तैयारी शुरू की और पहले प्रयास में ही पास हो गईं.