Oct 11, 2023, 12:10 AM IST

किस भाषा में बात करते थे मुगल शासक 

Kavita Mishra

16वीं शताब्दी के मध्य से 18वीं की शुरुआत तक मुगल साम्राज्य ने लगभग पूरे भारतीय उपमहाद्वीप को नियंत्रित किया. 

मुगलों ने कई सालों तक भारत पर शासन किया. मुगलों के इतिहास को लेकर कई तरह की बातें होती हैं. 

मुग़लों की संपत्ति और उनके निजी जीवन पर कई तरह की कहानियां पढ़ी और सुनी जाती हैं. 

आज हम आपको बताएंगे कि मुगल शासक किस भाषा में बात करते थे. 

मुगल साम्राज्य की आधिकारिक भाषा फारसी थी. फारसी ईरान की मूल भाषा है और अफगानिस्तान में भी इसका इस्तेमाल किया जाता था.

मुगल शासक के फारसी अलावा अर्मेनियाई और उर्दू भी बोलते थे. बाबर की मातृभाषा चग़ताई (तुर्की) भाषा थी. बादशाह हुमायूं आम मुग़ल रियाया से कनेक्ट करने के लिए फ़ारसी में ही बातचीत करता था. 

मुग़ल दरबार के इतिहास फ़ारसी में लिखे गए थे. अकबरनामा जैसे मुग़ल कालक्रम फ़ारसी में लिखे गए थे. 

मुग़लों ने फ़ारसी को राजकाज की भाषा ही नहीं बनाया, इसे अपने दौर के साहित्य का जरिया भी बनाया. संस्कृत और अरबी की किताबों का फ़ारसी में अनुवाद का सिलसिला अकबर के दौर में शुरू हो गया था.

अकबर के दौर में ‘तजकिरात उल वाकियात’ लिखने वाले जौहर आफताबची ने लिखा था कि  हुमायूं के दौर में फारसी मुगलों की आम जुबान बन चुकी थी और तुर्की कुछ खास लोगों तक सीमित रह गई थी.