Sep 21, 2023, 09:41 AM IST
भारत और कनाडा के बीच इस समय हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर तनाव का माहौल बना हुआ है. कनाडा के पीएम ने अपनी संसद में आरोप लगाया है कि कनाडाई नागरिक निज्जर की हत्या भारत सरकार से जुड़े एजेंटों ने की है. इस मसले पर भारत और कनाडा, एक-दूसरे के राजनयिक भी निस्काषित कर चुके हैं.
हरदीप सिंह निज्जर खालिस्तान टास्क फोर्स के चीफ के तौर पर भारतीय जांच एजेंसियों की वांटेड लिस्ट में थे. निज्जर की जून 2023 में कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत के सरे शहर में गुरु नानक सिख गुरुद्वारे के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
निज्जर से पहले भी कई ऐसे लोगों की विदेशी धरती पर हत्या हुई है, जो भारत सरकार की वांटेड लिस्ट में थे. इनमें सबसे ज्यादा चर्चित नाम रिपुदमन सिंह मलिक की है, जो साल 1985 के कनिष्क विमान बम ब्लास्ट में आरोपी रह चुके थे. एअर इंडिया के इस विमान में धमाका होने से 329 लोग मारे गए थे.
रिपुदमन सिंह मलिक को साल 2005 में कनिष्क विमान बम ब्लास्ट केस में बरी कर दिया गया था. साल 2022 में कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत के सरे शहर में कार के अंदर रिपुदमन सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. रिपुदमन सिंह कनाडा के बड़े बिजनेसमैन में गिने जाते थे.
1999 के चर्चित काबुल हाईजैकिंग केस के आरोपी जहूर मिस्त्री इब्राहिम की भी हत्या हो चुकी है. इस हाईजैकिंग में नेपाल से उड़े भारतीय विमान IC-814 को हाईजैक कर काबुल ले गए थे. बाद में यात्रियों के बदले जैश-ए-मोहम्मद चीफ मौलाना मसूद और दो अन्य आतंकी मुश्ताक जरगर व उमर सईद शेख रिहा कराए गए थे.
जहूर मिस्त्री इब्राहिम अब भी जैश-ए-मोहम्मद का सक्रिय सदस्य था और उसके लिए नए आतंकी भर्ती करने का काम करता था. मार्च, 2022 में कराची की अख्तर कॉलोनी में दो मोटरसाइकिल पर सवार लोगों ने उसकी गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी.
परमजीत सिंह पंजवड़ खालिस्तान कमांडो फोर्स के नेता थे, जो पंजाब में खालिस्तान आतंकवाद के चरम के समय चर्चित आतंकियों में शुमार रहे थे. पंजवड़ पर कई राजनेताओं की हत्या से लेकर 1988 से 1999 के बीच कई बम धमाके करने के आरोप भी थे. पंजवड़ को जुलाई-2020 में भारत सरकार ने UAPA के तहत बैन किए 9 आतंकियों में शामिल किया था.
परमजीत सिंह पंजवड़ भारत से फरार होने के बाद पाकिस्तान के लाहौर में जाकर रहने लगे थे. इसके चलते भी उनके पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI से लिंक होने की चर्चा रहती थी. मई, 2023 में पंजवड़ की लाहौर में मॉर्निंग वॉक के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. पंजवड़ का गार्ड भी फायरिंग में मारा गया था.
सैयद खालिद रजा आतंकी संगठन अल बद्र मुजाहिदीन का प्रमुख था और जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद फैलाने में सक्रिय भूमिका निभाता था. कराची के बिहारी मुस्लिम समुदाय से ताल्लुक रखने वाला रजा 90 के दशक में अफगानिस्तान में ट्रेनिंग लेने के बाद भारत में आतंक फैलाने लगा था. उसे अमेरिका में 9/11 हमले के बाद पाकिस्तान ने दिखावे के लिए गिरफ्तार भी किया था.
रजा शिक्षाविद् बनकर अपने भाषणों से युवाओं को भड़काकर आतंक के लिए तैयार करता था. उसे कराची के गुलिस्तां जौहर में 26 फरवरी, 2023 को उसके घर के दरवाजे पर गोली मार दी गई थी. हालांकि उसकी हत्या की जिम्मेदारी पाकिस्तान सरकार विरोधी संगठन सिंधु देश आर्मी ने ली थी.