मुंबई से ठाणे के बीच चली थी पहली भारतीय रेल, 170 साल में तय किया वंदे भारत एक्सप्रेस तक का सफर
Krishna Bajpai
देश की पहली ट्रेन 16 अप्रैल 1853 में मुंबई के बोरी बंदर से ठाणे तक 33 किमी के सफर पर निकली थी और 14 लकड़ी के डिब्बों पर 400 लोग सवार थे.
उत्तर भारत में पहली पैसेंजर ट्रेन 15 अगस्त 1854 को हावड़ा और हुगली के बीच अपने 39 किलोमीटर के रूट पर चली थी.
27 साल में भारत में ट्रेन की पटरियों का जाल बिछ गया था. सन 1980 में भारत में 9,000 किमी का रेल नेटवर्क बिछ गया था. 1900 में रेलवे का विस्तार 38,640 किलोमीटर तक का हो गया था.
वर्तमान में भारतीय रेल पर मार्ग की कुल लंबाई 67,956 किमी मानी जा रही है. आजादी के बाद 1951 में भारतीय रेल का राष्ट्रीयकरण कर दिया गया.
देश की आर्थिक व्यवस्था को मजबूत करने में रेलवे का योगदान रहा है और रेलवे की आमदनी के साथ खर्च भी बढ़ा है.
आज रेलवे के पास मालवाहक सबसे पावर फुल ट्रेन इंजन WAG-12 है जिसकी क्षमता 12,000 हॉर्स पावर है.
वंदे भारत एक्सप्रेस अब तक की भारतीय रेलवे की सबसे तेज चलने वाली सुपर प्रीमियम लग्जरी ट्रेन है.