ददुआ से ठोकिया तक को ठोका, अब यूपी का ADG बना ये IPS
Kuldeep Panwar
उत्तर प्रदेश पुलिस को नया एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) मिल गया है. योगी आदित्यनाथ ने यह जिम्मेदारी IPS अमिताभ यश को दी है, जिनके नाम से ही बदमाश कांपते हैं.
अमिताभ यश को तत्काल एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) का पद संभालने का आदेश दिया गया है. वे अब तक एडीजी (एसटीएफ) का पद संभाल रहे थे.
1996 बैच के आईपीएस अफसर अमिताभ यश अब दोनों पदों की जिम्मेदारी एक साथ संभालेंगे. आपको बताते हैं इस जोरदार अफसर के बारे में.
अमिताभ यश को आप यूपी पुलिस का 'सिंघम' भी कह सकते हैं. जिनकी एन्काउंटर लिस्ट में तमाम बड़े बदमाशों के नाम दर्ज हैं.
अपने करियर में 100 से ज्यादा एनकाउंटर में पुलिस टीम का नेतृत्व कर चुके अमिताभ यश को सबसे ज्यादा चर्चा तीन एन्काउंटर से मिली थी.
अमिताभ यश ने साल 2007 में चित्रकूट इलाके में 30 साल से खौफ का पर्याय बने ददुआ डकैत को ठिकाने लगाकर तहलका मचा दिया था.
ददुआ कितना बड़ा डकैत था, ऐसे जानिए कि उसका नया फोटो भी पुलिस पर नहीं था, चित्रकूट के बीहड़ों के MP-MLA वो ही तय करता था.
ददुआ के बाद अमिताभ यश ने उसके पुराने चेले और दुर्दांत ठोकिया डकैत का भी एन्काउंटर किया. ठोकिया ने 1 दिन पहले ही कई पुलिसकर्मी मारे थे.
अमिताभ यश को बड़ी चर्चा कानपुर के बिकरू कांड के बाद मिली. बिकरू में दुर्दांत अपराधी विकास दुबे ने पुलिस टीम को घेरकर मार दिया था.
अमिताभ की टीम ने रात-दिन मेहनत करने के बाद विकास को पकड़ा. उसे कानपुर लाते समय रास्ते में गाड़ी पलटने पर भागते समय मार दिया गया.
अमिताभ यश ने बड़े घोटालों की भी जांच के लिए चर्चा पाई. वे आयुष भर्ती घोटाले से लेकर TET पेपर लीक तक के जांच अधिकारी रहे हैं.
संतकबीर नगर में पहली पोस्टिंग पाने वाले अमिताभ यश मूल रूप से बिहार के भोजपुर जिला निवासी हैं. उनका जन्म 11 अप्रैल, 1971 को हुआ.
अमिताभ ने बिहार में स्कूल एजुकेशन के बाद दिल्ली के सेंट स्टीफंस कॉलेज से ग्रेजुएशन की और फिर IIT Kanpur से Msc पूरी की.
अमिताभ के पिता रामयश सिंह भी IPS अफसर थे. उन्होंने पिता को देखकर ही IPS बनने की ठानी थी. फिर पहली बार में ही UPSC एग्जाम क्रैक किया.
अमिताभ की पत्नी रेणु सिंह भारतीय वन सेवा (IFS) की अधिकारी हैं. कई राज्यों में तैनात रहीं रेणु दिल्ली के नेशनल जूलोजिकल पार्क(NZP) की भी डायरेक्टर रह चुकी हैं.