Oct 13, 2023, 09:32 PM IST
पाकिस्तान में जहां करते थे पांडव शिवजी की पूजा, अब कैसी दिखती है वह जगह
DNA WEB DESK
आजादी के साथ ही भारत और पाकिस्तान का बंटवारा हो गया लेकिन ऐतिहासिक और पौराणिक कहानियों के कई अवशेष आज भी वहां मिल जाते हैं.
पाकिस्तान में मौजूद हिंगलाज भवानी मंदिर के बारे में जरूर सुना होगा. इस मंदिर में आज भी पाकिस्तानी अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय की आस्था है.
आज हम आपको एक ऐसे हिंदू मंदिर के बारे में बताएंगे, जिसका इतिहास 5000 साल पुराना है और इस मंदिर से पांडवों का रिश्ता भी है.
माना जाता है कि यह मंदिर महाभारत काल का है और यह भगवान शिव को समर्पित यह मंदिर पाकिस्तान के चकवाल जिले से लगभग 40 किमी दूर है.
इस मंदिर के इतिहास के बारे में कहा जाता है कि यह जिस तालाब के चारों ओर यह कटास मंदिर बना है, वह भगवान शिव के आंसुओं से भरा है.
कहते हैं कि भोलेनाथ अपनी पत्नी सती के साथ इसी जगह पर रहते थे और उनके वियोग में शिवजी के आंसुओं की वजह से मंदिर के आसपास तालाब बन गया.
इस मंदिर का इतिहास पांडवों से जोड़कर भी देखा जाता है. कटास वही जगह है जहां पांडवों ने अपने 12 साल वनवास के काटे थे.
इस मंदिर के जल कुंड के बारे में कहा जाता है कि इस कुंड पर यक्ष का अधिकार था और यहीं पर धर्मराज युधिष्ठिर और यक्ष के बीच चर्चित प्रश्नोत्तरी हुई थी.
इस मंदिर परिसर के अंदर एक प्राचीन गुरुद्वारा के अवशेष भी हैं, जहां गुरु नानक देव ने 19वीं शताब्दी में दुनिया भर की यात्रा करते हुए निवास किया था.
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