भारत में शराब पीने से हर साल मर जाती हैं इतनी महिलाएं
Kuldeep Panwar
आप जहरीली शराब पीने से मरने वालों की खबरें ही पढ़ते होंगे, लेकिन आपको बता दें कि शराब कैसी भी हो, वो अमृत नहीं बल्कि जहर ही है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने दुनिया भर में शराब से होने वाली मौत का आंकड़ा जारी किया है, जिसमें भारत के हालात बेहद खराब दिखे हैं.
WHO की 'ग्लोबल स्टेटस रिपोर्ट ऑन अल्कोहल एंड हेल्थ एंड ट्रीटमेंट ऑफ सब्सटेंस यूज डिसऑर्डर' रिपोर्ट में डरावना आंकड़ा दिखा है.
रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया में 40 करोड़ लोग शराब पीने से होने वाली बीमारियों से पीड़ित हैं, जिनमें से 26 लाख लोग हर साल मर जाते हैं. इनमें एक बड़ी संख्या महिलाओं की भी है.
शराब पीने से होने वाली मौत दुनिया में कुल मौत का करीब 4.7 फीसदी हिस्सा है. दुनिया में हर 20 में से 1 मौत शराब के कारण हो रही है.
रिपोर्ट के मुताबिक, हर एक लाख मौत में से शराब के कारण सबसे ज्यादा 52.9 फीसदी मौत यूरोप, जबकि 52.2 फीसदी अफ्रीका में हुई है.
रिपोर्ट में भारत के हालात भी खराब हैं. यहां हर साल 1 लाख मृतकों में से 38.5 फीसदी हिस्सा शराब के कारण होने वाली मौत का है.
भारत में शराब पीने वालों में 41 फीसदी पुरुष हैं, जबकि 20.8 फीसदी महिलाएं शराब पी रही हैं. 3.8 फीसदी लोग शराब पीने के बुरी तरह आदी हैं.
पड़ोसी देश चीन में भी शराब से मौत होती है, लेकिन वहां प्रति एक लाख मौत में से 16.1 फीसदी मौत का कारण ही शराब पई गई है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि ज्यादा शराब पीने से लीवर से जुड़ी बीमारियों के अलावा कैंसर तक के रोग बढ़ रहे हैं, जो मौत का कारण बनते हैं.
रिपोर्ट में साल 2019 का आंकड़ा दिया गया है, जिसमें करीब 26 लाख लोगों की मौत का कारण किसी न किसी तरीके से शराब बनी थी.
WHO के मुताबिक, इन 26 लाख में से 4.01 लाख मौत कैंसर से, 4.74 लाख मौत दिल की बीमारी से, 7.24 लाख की मौत एक्सीडेंट से होती है. 3 लाख लोगों की मौत का कारण संक्रामक बीमारी रही है.
रिपोर्ट में है कि सबसे ज्यादा 13 फीसदी मौत 20 से 39 साल के युवा वर्ग की हुई है. भारत में 15 साल की उम्र से ही युवा शराब पीने के आदी हो रहे हैं.
WHO ने रिपोर्ट में सलाह दी है कि शराब की मार्केटिंग और विज्ञापन पर रोक लगनी चाहिए. कई देशों ने यह कदम अपने यहां उठाया भी है.