Aug 16, 2024, 08:29 PM IST

मुगल बादशाह अकबर ने किसके लिए मुंडवा लिया था अपना सिर

Rahish Khan

भारत में मुगल साम्राज्य की स्थापना भले ही बाबर ने की हो, लेकिन जड़ें जमाने का काम उनके पोते अकबर ने किया था.

अकबर जानता था कि अगर हिंदुस्तान पर राज करना है तो राजपूतों का भरोसा जीतना बेहद जरूरी है.

भरोसे की बुनियाद अकबर ने जो रखी उसे मुगलों की अंतिम पीढ़ी तक बखूबी निभाया गया.

यही वजह है कि अकबर, जहांगीर, शाहजहां और औरंजबेग के कार्यकाल में 53 शादियां राजपूतों और मुगलों के बीच हुईं.

मुगलों से शादी करने के बाद हिंदू पत्नियों का रुतबा होता था. वह मुगल हरम तक ही सीमित नहीं होती थीं.

उस दौर में राजपूतों की बेटियां मुगल बादशाहों के फैसलों को प्रभावित करती थीं.

इतिहासकारों की मानें तो हिंद पत्नियों से प्रभावित होकर अकबर ने बीफ, लहसुन और प्याज खाना छोड़ दिया था.

1604 में जब हमीदा बानो बेगम की मौत हुई तो अकबर ने अपना सिर मुंडवा लिया था.

1605 में जहांगीर ने अपनी हिंदू पत्नी की मौत के गम में 4 दिन तक खाना नहीं खाया था.