Jul 17, 2024, 12:17 AM IST

दिल्ली का वो अमीर व्यक्ति जिससे मुगल बादशाह भी लेते थे कर्ज

Rahish Khan

ब्रिटिश काल के दौरान दिल्ली में एक अमीर व्यक्ति हुआ करता था. जिसने अंग्रेजों से खूब दौलत कमाई.

यह व्यक्ति कोई और नहीं बल्कि लाला चुन्ना मल था. जिसकी अमीरी की शोहरत इतनी थी मुगल भी उससे कर्ज लिया करते थे. 

1857 की क्रांति के समय मुगल बादशाह बहादुर शाह जफर को पैसों की जरूरत पड़ी तो उसने लाला चुन्ना मल से कर्ज मांगा.

लेकिन लाला ने कर्ज देने से इनकार कर दिया. इससे बादशाह काफी नाराज हुए. लाला अपनी संपत्ति कहीं और ट्रांसफर कर दी.

लेकिन अपनी छवि सुधारने के लिए लाला चुन्ना मल ने ऐसा काम किया, जो इतिहास में दर्ज हो गया.

अंग्रेजों ने जब दिल्ली की फतेहपुरी मस्जिद को नीलाम किया तो लाला ने इसे खरीद लिया.

लाला ने ऐसे समय मस्जिद को खरीदा था, जब इलाके में कोई भी मुसलमान नहीं रहता था. अंग्रेजों ने सभी का पलायन करा दिया था.

उसने 20 साल तक इस मस्जिद का रख रखाव किया. लाला को यकीन था कि एक दिन मुसलमान वापस आएंगे.

20 साल बाद 1877 में जब विक्टोरिया इंग्लैंड का महारानी बनीं तो दिल्ली में दरबार लगाया गया.

उन्होंने उस इलाके में मुसलमानों पर लगा प्रतिबंध हटा दिया और वह मस्जिद के आस-पास वापस आकर बस गए.

इसके बाद अंग्रेजों ने लाला चुन्ना मल को मुआवजा देकर मस्जिद ले ली और उसे वक्फ बोर्ड को सौंप दिया.