Jul 29, 2024, 05:47 PM IST
साल 1712 में बहादुर शाह (प्रथम) की मौत के बाद मुगल सल्तनत को लेकर उनके बेटों के बीच लड़ाई शुरू हो गई थी.
आखिरकार उनके सभी बेटों में जहांदार शाह को कामयाबी नसीब हुई. वो मुगल सल्तनत का अगला बादशाह बना.
जहांदार शाह अपनी अय्याशियों और रंगीन-मिज़ाजी की वजह से खूब बदनाम था, सत्ता मिलते ही उसने उसे अपनी तवायफ लाल कुंवर को सौंप दी.
वो पूरे इलाके में अपनी खूबसूरती और नृत्य के लिए प्रसिद्ध थी. जहांदार के नाम से लाल कुंवर ही सत्ता चलाती थी.
लाल कुंवर ने मौके का फायदा उठाया और अपने परिवार के सभी सदस्यों को मुगल दरबार के अहम पदों पर बैठा दिया.
जहांदार शाह ने गद्दी पर बैठते ही लाल कुंवर को अपनी रानी का ओहदा दे दिया था. वो धीरे-धीरे अपना मानसिक संतुलन खोता चला गया.
लाल कुंवर के कहने पर उसने अपने बेटों को कैद में डाल दिया था, केवल लोगों की चीखें सुनने के लिए उसने नदी में एक चलती नाव को डूबो दिया था.
वो महिलाओं वाले कपड़े पहनकर दरबार लगाने लगा था. उसकी पागलों वाली हरकतों के कारण उसके भतीजे फर्रूखसियर ने उसकी हत्या कर दी थी.