Aug 1, 2023, 06:40 PM IST

न मोदी के NDA, न राहुल के INDIA में हैं ये 8 दल, क्या बनेंगे गेम चेंजर

Kuldeep Panwar

लोकसभा चुनाव में पीएम नरेंद्र मोदी का NDA भारी पड़ेगा या राहुल गांधी का INDIA, ये रिजल्ट बताएगा.

अभी NDA हो या India, दोनों ही ज्यादा से ज्यादा दल साथ जोड़कर ताकत बढ़ाने की कवायद में जुटे हैं.

भाजपा के NDA के पास छोटे-बड़े 38 दल हैं तो कांग्रेस के India की आखिरी मीटिंग में भी 26 दल मौजूद थे.

ऐसे में उन 8 दलों की भूमिका अहम हो गई है, जो अपने राज्यों में ताकतवर हैं, लेकिन NDA या India में नहीं हैं.

इन 8 दलों में बीजद, वाईएसआर कांग्रेस, BRS, JDS, अकाली दल, BSP, AIMIM और AIUDF शामिल हैं.

इनमें से हर एक दल की अपने-अपने इलाके में ताकत है और वो सत्ताधारी भी रह चुके हैं.

BJD नेता नवीन पटनायक की ओडिशा में 5वीं बार सरकार बनी हुई है. 2019 में BJD ने 147 में से 112 विधानसभा सीट जीती थीं.

BJD ने 2019 लोकसभा चुनाव में राज्य की 21 में से 12 सीट जीती थीं, जबकि 8 सीट BJP के खाते में थीं.

तेलंगाना में KCR की पार्टी BRS के पास भी 119 में से 90 विधानसभा सीट हैं, जबकि 17 लोकसभा सीट में से 9 पर कब्जा है.

आंध्र प्रदेश में सत्ता में बैठी वाईएसआर कांग्रेस ने भी साल 2019 में राज्य की 25 में से 22 लोकसभा सीट जीती थीं.

कर्नाटक में एचडी देवेगौड़ा की पार्टी JDS कमजोर है, पर वह राज्य के बड़े हिस्से में वोट काटने में सक्षम है.

उत्तर प्रदेश में मायावती की BSP की भी हालत बहुत अच्छी नहीं है, लेकिन पार्टी का अपना खास वोटबैंक है.

शिरोमणि अकाली दल पिछले लोकसभा चुनाव में BJP के साथ NDA में था. हालांकि अब उसके पास 1 ही सीट है.

AIMIM की 2 और AIUDF की 1 लोकसभा सीट है, पर उनका वोट बैंक किसी दूसरे की किस्मत पलट सकता है.

शिअद के NDA में वापसी की चर्चा है, जबकि मायावती-देवेगौड़ा भी चुनाव से पहले BJP के साथ दोस्ती कर सकते हैं.

YSR कांग्रेस से भी भाजपा की वार्ता जारी है, जबकि नवीन पटनायक ने अविश्वास प्रस्ताव पर NDA को समर्थन दिया है.

इस हिसाब से देखा जाए तो फिलहाल राजनीतिक संतुलन भाजपा NDA की तरफ ज्यादा झुका हुआ है.