लोकसभा चुनाव के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में NDA की तीसरी सरकार ने शपथग्रहण के साथ ही अपना कामकाज शुरू कर दिया है.
पीएम मोदी ने अपने सभी मंत्रियों को मंत्रालय बांट दिए हैं, लेकिन कई मंत्रालय ऐसे हैं, जिनकी जिम्मेदारी खुद प्रधानमंत्री संभालने जा रहे हैं.
मोदी 3.0 में गृह, वित्त, रक्षा और विदेश मंत्रालय के टॉप-4 पोर्टफोलियों के साथ ही अधिकांश बड़े कैबिनेट मंत्रियों के विभाग बरकरार रखे गए हैं.
पीएम मोदी ने अपने पास ऐसे मंत्रालय रखे हैं, जो पिछले दोनों कार्यकाल में उनके द्वारा तय किए गए फ्यूचर विजन के लिहाज से बेहद अहम हैं.
मोदी NDA की तीसरी सरकार में भी प्रधानमंत्री की हैसियत में हैं यानी देश के नीतिगत मुखिया की हैसियत में सभी मंत्रालयों के लिए वे जिम्मेदार हैं.
प्रधानमंत्री ने सरकार के प्रशासनिक पेंच कसे रखने के लिए कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय की जिम्मेदारी भी अपने पास रखी है.
अंतरिक्ष अभियान पीएम मोदी के फ्यूचर विजन का अहम हिस्सा रहे हैं. इसी कारण अंतरिक्ष विभाग की जिम्मेदारी भी पीएम मोदी पर ही रहेगी.
परमाणु ऊर्जा भी मौजूदा वक्त में बेहद अहम है. इससे जुड़े किसी भी नीतिगत फैसले में देरी नहीं होनी चाहिए. इस कारण यह विभाग भी पीएम मोदी ने खुद ही संभाला है.
प्रधानमंत्री होने के नाते नरेंद्र मोदी अपनी सरकार के सभी महत्वपूर्ण नीतिगत मुद्दों के लिए भी प्रभारी के तौर पर मौजूद रहेंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन सभी विभागों के भी मुखिया रहेंगे, जिनकी जिम्मेदारी किसी भी मंत्री को नहीं दी गई है यानी आवंटित नहीं किया गया है.