Feb 21, 2024, 05:31 PM IST

पार्वती जी से मिली दिव्य शक्ति से माता सीता ने काटे वनवास के 14 साल

Smita Mugdha

माता सीता और प्रभु श्रीराम जब 14 साल के लिए वनवास में थे, तो स्वर्ग से देवताओं ने उनकी मुश्किलें कम कर थी. 

प्रभु श्रीराम को जब मिथिला के उद्यान में सीता माता ने पहली बार देखा था, तभी उन्होंने गौरी पूजा कर उन्हें वर के रूप में पाने की कामना की थी. 

माता सीता राजकुमारी थीं और उनके वनवास के कष्टों के बारे में सोचकर पार्वती जी को बहुत दुखी हो गई थीं. 

तब भगवान शिव और पार्वती जी ने माता सीता और प्रभु श्रीराम को आशीर्वाद दिया था, ताकि वनवास में उनकी बाधाएं कम से कम हों.

सर्दी हो या गर्मी या मौसम का कोई और भीषण रूप हो, वनवास में माता सीता को और श्रीराम को कभी मुश्किल नहीं हुई. 

वनवास में माता सीता को पार्वती जी ने तीक्ष्ण दृष्टि का वरदान भी दिया था, ताकि वह दूर से ही किसी संकट को पहचान लें.

वनवास में देवताओं ने माता-सीता को आशीर्वाद दिया था कि उनके हाथों में अन्नपूर्णा का वास रहेगा, जिससे उनका पकाया भोजन कभी कम नहीं होगा.

वनवास में देवताओं ने ही नहीं बल्कि वन्यजीवों ने भी प्रभु श्रीराम और माता सीता के लिए राहें आसान करने का काम किया.