Oct 10, 2023, 11:28 AM IST
इससे चंद्रयान 3 के विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर की जगने की उम्मीदें लगभग समाप्त हो गई हैं.
हालांकि इसरो ने अभी उम्मीद नहीं छोड़ी है. चांद जिस क्षेत्र में विक्रम और प्रज्ञान रोवर मौजूद है वहां माइनस 200 डिग्री ठंड है.
इतनी भयानक ठंड में लैंडर-रोवर काम नहीं कर रहे हैं. अब सवाल है कि इन्हें गर्मी देने के लिए चंद्रयान में कोई डिवाइस नहीं है?
बात भट्टी की हो रही है. यानी रेडियोआइसोटोप थर्मोइलेक्ट्रिक जेनरेटर (RTG). आरटीजी अंतरिक्ष में उपकरणों को गर्मी देकर जिंदा रखता है.
चंद्रयान 3 के साथ आरटीजी भेजी गई है या नहीं इसके बारे में इसरो ने अभी तक नहीं बताया है.
अगर चंद्रयान 3 में RTG डिवाइस लगाकर भेजी गई होगी तो विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर के उठने की उम्मीद बरकार रहेंगी.