Aug 22, 2023, 09:51 AM IST

IAS बनने के बाद कहां और कितने साल की होती है ट्रेनिंग

DNA WEB DESK

भारत में IAS बनना इतना आसान नहीं होता है. UPSC क्लीयर करने के बाद उम्मीदवारों की 2 साल की मुश्किल ट्रेनिंग होती है. 

ट्रेनिंग की शुरुआत लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (LBSNAA) मसूरी में ही होती है. 

LBSNAA में 4 महीने का फाउंडेशन कोर्स होता है. जिसमें एडमिस्ट्रेशन, पुलिसिंग व गवर्नेंस की जानकारी दी जाती है.

इस कोर्स में कई ऐसी एक्टिविटीज भी करवाई जाती हैं, जिनसे ट्रेनी अफसरों की फिजिकल और मेंटल हेल्थ स्ट्रॉन्ग बन सके.

इसके बाद IAS ट्रेनिंग का सेकंड फेज होता है. जिसमें एजुकेशन, हेल्थ, एनर्जी, एग्रीकल्चर, रूरल डेवलपमेंट समेत अन्य क्षेत्रों  जानकारियां दी जाती हैं. 

इस ट्रेनिंग पीरियड में IAS अफसरों को ऑल राउंडर बनाने की दिशा में काम किया जाता है.

मसूरी में ट्रेनिंग खत्म होने के बाद ट्रेनी अफसरों को उनके कैडर स्टेट में भेज दिया जाता है. वह ट्रेनिंग का अगला पड़ाव होता है.

इस दौरान अधिकारी किसी गांव में 7 दिन रहकर वहां के लोगों के जीवन से जुड़ी समस्याओं से रूबरू होते हैं.

1 साल की एकेडमिक ट्रेनिंग और फिर फील्ड ट्रेनिंग के बाद पब्लिक मैनेजमेंट में मास्टर्स की डिग्री दी जाती है.

ट्रेनिंग के बाद उन्हें ट्रेनी IAS के रूप में किसी जिले में असिस्टेंट कलेक्टर और ​एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट के रूप में नियुक्त कर दिया जाता है.