Feb 7, 2024, 04:56 PM IST

कौन थीं आजाद भारत की पहली महिला IAS ऑफिसर

Puneet Jain

आईएएस-आईपीएस बनने के लिए यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में आवेदन करने वाले हर साल लाखों लोग होते हैं.

इस बड़ी संख्या में कई महिलाएं भी शामिल होती हैं.

एक वक्त ऐसा भी था जब महिलाओं का सरकारी सेवाओं में आना आसान नहीं था.

क्या आपको पता है कि आजाद भारत की पहली महिला आईएएस ऑफिसर कौन थीं? आइए आपको बताते हैं.

 अन्ना राजम आजाद भारत की पहली महिला आईएएस ऑफिसर थीं.

अन्ना राजम का जन्म 17 मई 1924 को केरल के एर्नाकुलम जिले में हुआ.

अन्ना राजम मलयाली लेखक पॉल की पोती थीं. उनकी स्कूलिंग कोझिकोड से हुई. 

उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए उन्होंने चेन्नई स्थित मद्रास विश्वविद्दालय में दाखिला लिया.

कॉलेज खत्म होने के बाद उन्होंने सिविल सर्विस की तैयारी शुरू कर दी और पहले प्रयास में ही परीक्षा पास कर ली. 

आईएएस का इंटरव्यू देने के दौरान उन्हें IAS में न आने की सलाह दी गई.

उनसे फॉरेन सर्विस या सेंट्रल सर्विसेज में कोई अन्य ऑप्शन चुनने को कहा गया लेकिन उन्होंने मना कर दिया. 

फिर साल 1951 में सर्विस में ज्वाइनिंग मिली और उन्हें अप्वाइंटमेंट लेटर मिला और मात्र 27 साल की उम्र में वह आईएएस बन गईं. 

अप्वाइंटमेंट लेटर में लिखा था कि शादी के बाद उन्हें निलंबित किया जा सकता है.

लेकिन वह परेशान नहीं हुई और कुछ साल बाद नियम बदलने के बाद उन्होंने अपने बैचमेट आरएन मल्होत्रा से शादी कर ली.

अपने करियर के दौरान उन्होंने कुल दो प्रधानमंत्रियों और 7 मुख्यमंत्रियों के साथ काम किया है.

सेवानिवृत्ति के बाद, वह कई सालों तक होटल लीला वेंचर लिमिटेड की डायरेक्टर रहीं.

इसके बाद साल 1989 में भारत सरकार ने उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया.

साल 2018 में 91 साल की उम्र में उन्होंने आखिरी सांस ली.