Jul 5, 2024, 09:34 PM IST

वो 3 तालीम जिनके सीखे बगैर लड़की नहीं बन सकती थी तवायफ

Rahish Khan

एक जमाना था, जब राजा-महाराजा अपने बच्चों को तहजीब सिखाने के लिए तवायफों के पास भेजा करते थे.

उस जमाने में तवायफें नाचने-गाने या मनोरंजन के लिए ही नहीं जानी जाती थीं, बल्कि उनका कोठा तहजीब का अड्डा होता था.

तवायफ बनने से पहले कोठे पर आने वाली हर लड़की को तीन तालीम दी जाती थी. जिनको सीखना बहुत जरूरी होता था.

दरअसल, तवायफों को उर्दू, फारसी और शायरी-गजल का ज्ञान होना जरूरी होता था.

तवायफ बनने वाली लड़की को उर्दू, फारसी और शायरी सिखाई जाती थी.

इसके अलावा उन्हें अदब, तहज़ीब और नजाकत भी सिखाई जाती थी.

तवायफों को बचपन से संगीत का भी ज्ञान दिया जाता था. ताकि वो बादशाहों का मनोरंजन कर सकें.

संगीत के अलावा तवायफों को नृत्व का भी प्रशिक्षण दिया जाता था.

इतिहासकारों की मानें तो नवाबों को रिझाने के लिए तवायफों को शतरंज की कला भी सीखनी पड़ती थी.