गौरैया का दिमाग खाकर मर्दाना ताकत बढ़ाता था ये राजा
Kuldeep Panwar
भारत में तमाम ऐसे राजा हुए हैं, जो अपनी सनक और खास आदतों के लिए चर्चित रहे हैं. ऐसे ही पटियाला के महाराजा भूपिंदर सिंह भी थे.
महाराजा भूपिंदर सिंह को लोग भारतीय क्रिकेट को इंटरनेशनल दर्जा दिलाने के साथ ही पटियाला पैग मशहूर करने तक के लिए जानते हैं.
इसके अलावा महाराजा पटियाला सुंदर महिलाओं से शादी करने के शौक के लिए भी जाने जाते हैं. कहते हैं उनके हरम में 350 रानियां होती थीं.
महाराजा पटियाला के हरम के शौक का जिक्र ब्रिटिश लेखकों डोमिनिक लापियर और लैरी कॉलिन्स की ‘फ्रीडम एट मिडनाइट’ किताब में है.
महाराजा पटियाला ने कई देशों से सुंदर महिलाएं चुनकर अपने हरम में रानी बनाकर रखी थीं, जिन्हें खूबसूरत बनाए रखने के लिए खास इंतजाम थे.
किताब में है कि महाराजा ने हरम में रानियों की ड्रेस और आभूषण डिजाइन करने से लेकर मेकअप तक के लिए खास स्पेशलिस्ट रखे थे.
हरम की हर महिला को खूबसूरत रखने के लिए शरीर में जरूरी बदलाव करने का काम अंग्रेज, फ्रांसीसी और भारतीय प्लास्टिक सर्जन करते थे.
छह फीट 4 इंच लंबे और 300 पाउंड वजन वाले भूपिंदर सिंह गर्मियों में नहाते समय तालाब के चारों तरफ रानियों को नग्न अवस्था में खड़ा रखते थे.
एक दिन में 10 Kg खाना खाने वाले भूपिंदर सिंह के वैद्य मोतियों, सोने, चांदी आदि से उनके लिए खास ताकत वाली औषधियां तैयार करते थे.
किताब में है कि भूपिंदर सिंह की शारीरिक ताकत का असली राज एक खास फॉर्मूला था, जो गाजर और गौरैया के दिमाग को मिलाकर तैयार होता था.
भूपेंद्र सिंह ने भले ही भारतीय क्रिकेट की रणजी ट्रॉफी शुरू कराई थी, लेकिन उन्हें असल में पोलो खेलना पसंद था, जिसमें जीते कपों से एक पूरा कमरा भरा हुआ था.