Jan 26, 2024, 12:15 PM IST

रावण की लंका में भी थे राम भक्त,  अशोक वाटिका में की थी सीता की मदद

Smita Mugdha

रावण ने माता सीता का अपहरण साधु का वेश बनाकर किया था और उन्हें लंका लेकर चला गया.

माता सीता को अशोक वाटिका में रखा गया था लेकिन लंका में भी कुछ राम भक्त थे जिन्होंने सीता की मदद की.

रावण की लंका में राक्षसी त्रिजटा भी थी जो राम भक्ति में डूबी रहती थी और उन्होंने माता सीता का एक मां की तरह ख्याल रखा था. 

माता सीता जब अशोक वाटिका में थीं तो वह दिन रात अपने आराध्य राम के लौटने का इंतजार करती रहती थीं.

त्रिजटा राक्षसी कुल की थी लेकिन उनका व्यवहार दानव प्रवृति जैसा नहीं था और वह खुद को राम भक्त मानती थीं.

युद्ध जीतने के बाद जब राम और लक्ष्मण सीता से मिले तो कहा जाता है कि वहां भी उन्होंने त्रिजटा की तारीफ की थी. 

मर्यादा पुरुषोत्तम राम और माता सीता के भक्त पूरी दुनिया में हैं और रावण की लंका में भी उनके भक्त थे.

राम और सीता का जीवन आज भी भारतीय जनमानस के लिए आदर्श स्वरूप है.

इसकी मिसाल है कि अयोध्या में रामलला के दर्शन के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु उमड़ रहे हैं.