उत्तराखंड के उत्तरकाशी में स्थित सिल्कयारा की निर्माणाधीन सुरंग में पिछले 17 दिनों से फंसे 41 मजदूरों को बाहर निकाल लिया गया है.
रेस्क्यू ऑपरेशन में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, बीआरओ, आरवीएनएल, एसजेवीएनएल, ओएनजीसी, आईटीबीपी समेत तमाम संगठनों, अधिकारियों और कर्मचारियों की अहम भूमिका रही.
मुन्ना कुरैशी दिल्ली 94 खजुरी खास के राजीव चौक के रहने वाले हैं.
इनकी खुद की कंपनी है, जो पहाड़ी इलाकों में रेस्क्यू ऑपरेशन का काम करती है.
रैट माइनर्स मुन्ना क़ुरैशी अपनी 12 लोगों की टीम के साथ सिलक्यारा टनल पर आए थे.
बीते 17 दिन की तमाम कोशिशों के बाद मुन्ना कुरैशी और उनकी टीम श्रमिकों के लिए मानों आखिरी उम्मीद थे.
17 दिन से सुरंग में फंसे मजदूरों के पास सबसे पहले रैट माइनर मुन्ना कुरैशी ही पहुंचे थे.
मुन्ना ने अपनी टीम को लीड किया और रात सात-आठ बजे के आस-पास एक-एक सारे 41 श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकाला. मुन्ना ने उस क्षण को याद करते हुए कहा कि जब हम वहां पहुंचे तो लोगों ने हमें गले लगा लिया.