Oct 19, 2023, 08:49 PM IST
कहां है महाभारत का मशहूर अंग प्रदेश जिसके राजा थे दानवीर कर्ण
DNA WEB DESK
महाभारत के महान योद्धाओं में कर्ण की गिनती होती है. कौरवों की ओर से लड़ाई में शामिल होने के बाद भी वह अपने दानवीर स्वभाव की वजह से पूजे जाते हैं.
कर्ण को दुर्योधन ने अंग प्रदेश का राजा बनाया था ताकि वह पांडवों के खिलाफ युद्ध में बड़ी मदद बने. कर्ण के युद्ध कौशल का लोहा पांडव भी मानते थे.
कर्ण के अंग प्रदेश के बारे में कहा जाता है कि इसे कुबेर से आशीर्वाद मिला था और यहां लोगों को धन-धान्य की कमी नहीं होती थी.
वर्तमान में कर्ण का अंग महाजनपद बिहार के भागलपुर और उसके आसपास का क्षेत्र कहलगांव को माना जाता है.
कर्ण की वीरता और दानवीर स्वभाव की वजह से उन्हें देवताओं का आशीर्वाद मिला था और इसलिए कृष्ण ने अर्जुन को मारने का तरीका बताया था.
कर्ण के दरबार से कभी कोई खाली हाथ नहीं लौटता था और इसलिए उन्होंने अपना कुंडल और कवच भी दान कर दिया था.
कुंती और सूर्य के पुत्र कर्ण को एक सुत दंपती ने पाला था और इसलिए उन्हें सुतपुत्र और सूर्यपुत्र जैसे नामों से भी याद किया जाता है.
कर्ण को नायक के किरदार में रखकर कई साहित्यिक रचनाएं भी लिखी गई हैं. बहुत से लोगों का तो यह भी मानना है कि कर्ण अर्जुन से भी ज्यादा कुशल योद्धा थे.
कर्ण को अंग महाजनपद का शासक भले ही दुर्योधन ने बनाया हो लेकिन वह कौरवों से अलग अपने प्रदेश में धर्मसम्मत शासन चलाते थे.
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