कहां है वह मैदान जहां अर्जुन को श्रीकृष्ण ने दिया था गीता का उपदेश
DNA WEB DESK
महाभारत के युद्ध से पहले अपने भाइयों और गुरुओं को दूसरे खेमे में देख अर्जुन के मन में संदेह पैदा हो गया था तब भगवान श्रीकृष्ण ने गीता का उपदेश दिया था.
आज भी वह जगह सुरक्षित है जहां अर्जुन को कष्ण ने गीता का ज्ञान दिया था और हर साल हजारों की संख्या में तीर्थ यात्री वहां पहुंचते हैं.
कुरुक्षेत्र के ज्योतिसर तीर्थस्थान के बारे में मान्यता है कि महाभारत युद्ध के समय इसी स्थान पर भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को गीता उपदेश दिया था.
ऐसा माना जाता है कि महाभारत युद्ध ज्योतिसर से शुरू हुआ, जहां युद्ध की पूर्व संध्या पर अर्जुन को गीता के शासक भगवान कृष्ण से अनन्त संदेश मिला था.
महाभारत का युद्ध कुरुक्षेत्र में लड़ा गया जिसमें कौरवों और पांडवों दोनों की ही ओर से कई बड़े और धुरंधर योद्धा मैदान में उतरे थे.
ज्योतिसर तीर्थस्थान की मान्यता को देखते हुए 150 साल पहले कश्मीर के राजाओं ने इसके जीर्णोद्धार और मरम्मत का काम कराया था.
हर साल लाखों की संख्या में लोग कुरुक्षेत्र आते हैं और मान्यता है कि सूर्य ग्रहण के समय ब्रह्मसरोवर और सन्निहित सरोवर में स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है.
गीता उपदेश को महज धार्मिक मान्यता और ग्रंथ के तौर पर नहीं बल्कि जीवन दर्शन और आध्यात्मिक व्याख्या के तौर पर पूरे विश्व में पढ़ा जाता है.
ज्योतिसर तीर्थ स्थान में अक्षय वट वृक्ष है जिसके बारे में कहा जाता है कि इसी पेड़ के नीचे श्रीकृष्ण ने उपदेश दिया था.