Apr 3, 2024, 12:47 AM IST

कौन है PMO के नाम पर ठगी का आरोपी संजय शेरपुरिया

Kuldeep Panwar

दिल्ली की एक अदालत ने ठगी और जालसाजी के आरोपी संजय प्रकाश राय को जमानत दे दी है, जिसे लोग संजय शेरपुरिया के नाम से जानते हैं.

महाठग कहे जा रहे संजय पर आरोप है कि वह मंत्रियों, अधिकारियों समेत बड़ी हस्तियों के साथ फोटो क्लिक कराता है और इसके जरिये ठगी करता है.

संजय पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर RSS चीफ मोहन भागवत समेत तमाम नेताओं-अफसरों के साथ क्लिक की गई फोटो सोशल मीडिया पर पोस्ट करता था. 

आरोप है कि इन तस्वीरों के जरिये उसने लोगों को प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में बैठे अफसरों के साथ अपने सीधे संबंध होने का झांसा दे रखा है.

संजय शेरपुरिया पर आरोप है कि लोगों को प्रभाव में लेने के बाद वह ED के छापे का डर दिखाता है और कई कारोबारियों से करोड़ों रुपये ठग चुका है.

संजय शेरपुरिया को ईडी ने ही एक ऐसे केस में गिरफ्तार किया था, जिसमें उस पर कारोबारी गौरव डालमिया से ईडी के नाम पर 12 करोड़ रुपये ठगने का आरोप है.

एडिशनल सेशन जज चंद्रजीत सिंह ने संजय शेरपुरिया को 23 मार्च को राहत दी थी, जिसके आधार पर उसकी जमानत मंजूर हो गई है.

संजय शेरपुरिया को यूपी एसटीएफ की टीम ने लखनऊ के विभूति खंड से गिरफ्तार किया था. ईडी उसके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रही है.

गाजीपुर की मोहम्मदाबाद तहसील के शेरपुर गांव निवासी संजय के पिता असम जाकर बस गए थे और वहां परचून की दुकान चलाते थे.

महज 10वीं कक्षा तक पढ़ा संजय पहले मुंबई और फिर वहां से गुजरात जाकर रिफाइनरी में 15 हजार रुपये महीने का सिक्योरिटी सुपरवाइजर बन गया.

संजय ने बैंक लोन के जरिये पहले फुटपाथ पर सामान बेचना शुरू किया, फिर पेट्रोलियम के धंधे में हाथ आजमाया तो कुछ प्रभावशाली लोगों से दोस्ती हो गई.

संजय ने इन संबंधों के जरिये ही ठगी की शुरुआत की और फिर धीरे-धीरे पीएमओ से संबंधों के नाम पर कारोबारियों से ठगी करने लगा.

अरबपति की हैसियत रखने वाला संजय SBI से भी 350 करोड़ रुपये का कर्ज घोटाला कर चुका है. यह लोन संजय ने एक कंपनी के नाम पर लिया था.

कांडला एनर्जी एंड कैमिकल्स नाम की इस कंपनी में संजय और उसकी पत्नी कंचन राय डायरेक्टर हैं, जो SBI की लोन डिफॉल्टर है.

आरोप है कि संजय ने बैंक अधिकारियों को भी PMO के नाम पर दबाव में लेने के बाद लोन अप्रूव कराया, लेकिन कभी किस्त जमा नहीं की.