May 6, 2024, 12:27 PM IST

दिल्ली की इस मशहूर बावली को क्यों कहते हैं मौत का काला पानी?

Smita Mugdha

दिल्ली में ऐतिहासिक विरासत वाली कई इमारतें हैं जिसे देखने दुनिया भर से लोग पहुंचते हैं. 

इस शहर में एक ऐसी जगह है जहां लोग जाते तो खूब हैं, लेकिन उसके ऐतिहासिक तथ्यों के बारे में कम जानते हैं. 

अग्रसेन की बावड़ी जिसे अग्रसेन की बावली भी कहते हैं ऐसी ही एक जगह है. 

खूबसूरत अग्रसेन की बावली को बनाने को लेकर कई कहानियां हैं. एक मान्यता है कि यह महाभारत काल में बनाई गई. 

महाराजा अग्रसेन के वंशजों ने 14 वीं शताब्दी में इसकी मरम्मत करवाई और नए सिरे से इसका निर्माण कराया था. 

अग्रसेन की बावली पानी संरक्षण के लिए बनाई गई थी और यह महिलाओं के लिए सामुदायिक स्थान भी था. 

ऐसा कहा जाता है कि अग्रसेन की बावली के कुएं के अंदर आत्मघाती काला पानी था जिससे लोग डरते थे. 

ऐसी मान्यता है कि बावली के अंदर के उस कुएं को देख बहुत से लोगों ने आत्महत्या की थी जिसके बाद उसे यह नाम मिला.

अग्रसेन की बावली में अब कुएं के पास जाने की मनाही है. हालांकि, लोग बड़ी संख्या में यहां घूमने आते हैं.