Sep 7, 2024, 01:15 PM IST

पृथ्वीराज ने क्यों की थी महाराणा प्रताप की प्रशंसा

Aditya Prakash

कवि पृथ्वीराज बीकानेर नरेश रायसिंहजी के भाई थे.

वो अकबर के दरबार में रहते थे, और वे वीर रस के अच्छे कवि थे.

मेवाड़ की स्वतंत्रता और राजपूतों की मर्यादा की रक्षा के लिए युद्ध लड़ने वाले महाराणा प्रताप के वो बहुत बड़े प्रशंसक थे.

उन्होंने महाराणा प्रताप के पराक्रम को अपनी आंखों से देखा था, क्योंकि वो हल्दी घाटी के युद्ध से समय अकबर के दरबार में कवि थे. 

वो महाराणा प्रताप की शौर्य और वीरता के कायल थे. उनकी तारीफ में उन्होंने कई कविताएं लिखीं.

महाराणा प्रताप ने हल्दी घाटी के युद्ध में अकबर की फौज को अपनी पराक्रम का परिचय दिया था.

उन्होंने मुगलों के अधीनता स्वीकार करने से इनकार कर दिया था, और अपनी स्वायत्तता के लिए एक वीर की तरह युद्ध का रास्ता चुना था.

महाराणा प्रताप का नाम भारतीय इतिहास में सबसे बड़े योद्धाओं में शुमार है. 

उन्होंने अपनी मातृभूमि की रक्षा करते हुए अपना सर्वस्त्र न्योछावर कर दिया.