Oct 27, 2023, 07:04 PM IST

रेड वाइन के बनने में ही लग जाते हैं इतने साल, पूरा प्रोसेस जान रह जाएंगे हैरान

DNA WEB DESK

रेड वाइन पूरी दुनिया में चर्चित है और हर बड़ी पार्टी और फंक्शन में आम तौर पर यह वाइन जरूर मिलती है. 

रेड वाइन की पूरी दुनिया में कई सारे ब्रांड हैं और बाकी शराब की तुलना में यह काफी महंगी भी होती है. 

क्या आप जानते हैं कि बीयर और वोदका जैसी ड्रिंक्स के मुकाबले रेड वाइन आखिर इतनी महंगी और नायाब क्यों होती है? 

रेड वाइन कई वजहों से महंगी होती है जिसमें इसमें इस्तेमाल होने वाली अंगूर से लेकर इसे बनाने की प्रक्रिया काफी जटिल और कई स्तरों पर पूरी होती है.

रेड वाइन बनाने के लिए खास तौर लाल अंगूरों की खेती की जाती है और वाइन के लिए सिर्फ ताजे और रसीले अंगूर ही इस्तेमाल होते हैं. 

हर अंगूर को कई स्तरों पर जांचा और परखा जाता है और इसके बाद फर्मेंटेशन के लिए भेजा जाता है जिसमें काफी खर्चा होता है. 

फर्मंटेशन के बाद कई और चरण होते हैं और फिर कम से कम 6 महीने से लेकर कई बार 2 साल तक इसे खास तापमान पर संरक्षित किया जाता है. 

इन प्रक्रियाओं से गुजरने के बाद वाइन की बोतल में ढलकर यह मार्केट तक पहुंचती है और इस वजह से इसके प्रोडक्शन में काफी खर्च आता है.

रेड वाइन के शौकीन लोग विंटेज बॉटल के लिए लाखों खर्च कर देते हैं और आज भी किसी भी लैविश पार्टी में यह वाइन जरूर नजर आती है.