Aug 30, 2024, 08:11 PM IST

लाल-काले रंग की ये 5 खूबियां आप नहीं जानते होंगे, जो अखिलेश यादव ने बताईं

Meena

लाल रंग को लेकर समाजवादी पार्टी (एसपी) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में ठन पड़ी है. दोनों पार्टियों के बीच वार-पलटवार का दौर चल रहा है.

CM योगी आदित्यनाथ ने बीते गुरुवार को कहा था-इनकी टोपी लाल है, लेकिन कारनामे काले हैं और इनका इतिहास काले कारनामों से भरा पड़ा है.

योगी के इस बयान पर शुक्रवार को सपा के अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया साइट X पर लाल-काले रंग की खूबियां बताते हुए लंबा पोस्ट लिखा है.  

अखिलेश यादव के इस पोस्ट से लाल रंग की कई खूबियां हमारे सामने आती हैं, जिसके बाद आप किसी भी राजनीतिक विचार के हों, पर रंगों को लेकर राजनीति नहीं करेंगे. और न ही नफरत. 

रंगों का मन-मानस और मनोविज्ञान से गहरा नाता होता है. अगर कोई किसी रंग को देखकर भड़कता है तो उसके भी कुछ नकारात्मक मनोवैज्ञानिक कारण होते हैं.

रंगों का मनोवैज्ञानिक इफेक्ट

‘लाल रंग’ मिलन का प्रतीक होता है. जिनके जीवन में प्रेम-मिलन, मेल-मिलाप का अभाव होता है वो अक्सर इस रंग के प्रति दुर्भावना रखते हैं.

मिलन का प्रतीक

लाल रंग शक्ति का धारणीय रंग है, इसीलिए कई पूजनीय शक्तियों से इस रंग का सकारात्मक संबंध है, लेकिन जिन्हें अपनी शक्ति ही सबसे बड़ी लगती है वो लाल रंग को चुनौती मानते हैं. 

शक्ति की निशानी

काला रंग भारतीय संदर्भों में विशेष रूप से सकारात्मक है जैसे बुरी नज़र से बचाने के लिए घर-परिवार के बच्चों को लगाया जानेवाला ‘काला’ टीका और सुहाग के प्रतीक मंगलसूत्र में काले मोतियों का प्रयोग. 

अच्छाई की निशानी

नकारात्मकता और निराशा का रंग भी काला ही माना गया है अत: जिनकी राजनीतिक सोच ‘डर’ और ‘अविश्वास’ जैसे काले-विचारों से फलती-फूलती है, वो इसे सिर पर लिए घूमते हैं. 

नकारात्मकता का रंग

ये पारस्परिक रंग-संबंध ही जीवन में आशा और उत्साह का संचार करता है. अंत में उन्होंने लिखा-अच्छा-बुरा कोई रंग नहीं; नज़रिया होता है.