May 28, 2024, 02:20 PM IST

मुगल हरम में हिंदू रानियां साथ लाती थीं ये एक चीज

Ritu Singh

इतावली चिकित्सक मनूची ने अपनी किताब ‘मुगल इंडिया’ और अबुल फजल की  'अकबरनामा' में मगुल हरम का जिक्र है.

दोनों ने ही मुगल हरम में रहने वाली दासियों और रानियों के बारे में कई राज का जिक्र किया है.

इन्ही किताबों में हरम में रहने वाली हिंदू रानियों और दासियों के साथ मुगलों के व्यवहार का भी जिक्र है.

खासकर अकबर के हरम में जहां 5 हजार के करीब महिलाएं थी उसमें हिंदू महिलाओं की संख्या भी कम नहीं थी.

हिंदू रानियों के साथ वो महिलाएं भी शामिल थीं, जो बगैर शादी के भी रहा करती थीं.

कहा जाता है कि हरम में रहने वाली हरखा बाई अकबर की सबसे खास बेगमों मे से एक थीं, जिनके लिए खास व्यवस्था थी.

हरम की सारी महिलाएं हरखा बाई के आगे झुका करती थीं और उन्हें 'मरियम-उज़-ज़मानी' का दर्जा देती थीं.

बता दें कि मुगल हरम में जब कोई हिंदू या राजपूत दुल्हनें प्रवेश करती थीं तो वे अपने साथ अपनी पवित्र अग्नि लाती थीं.

और ये अपने साथ अपने देवता और अपने  कपड़े लेकर आती थीं.

कबर के लिए इन महिलाओं को इस्लाम में परिवर्तित होने की आवश्यकता नहीं थी.

उन्हें अपने घरों की तरह अपने हिंदू अनुष्ठानों में पूरी तरह से भाग लेने की अनुमति थी.